मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के OSD राजबीर सिंह द्वारा दायर मानहानि याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें राहत दी है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के OSD राजबीर सिंह द्वारा दायर मानहानि याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें राहत दी है। कोर्ट ने राजबीर सिंह पर दिए गए मानहानी भरे बयानों पर बिक्रम सिंह मजीठिया पर रोक लगाई है। कोर्ट ने कहा की बिक्रम सिंह मजीठिया सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर राजबीर सिंह के खिलाफ बयान देना बंद करें। ऐसे ब्यान राजबीर सिंह की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
काेर्ट ने OSD Rajbir Singh के खिलाफ बयान देने पर लगाई राेक
कोर्ट ने बिक्रम सिंह मजीठिया के बयानों के खिलाफ अंतरिम आदेश जारी किए हैं। काेर्ट ने बिक्रम सिंह मजीठिया काे सार्वजनिक स्थानों पर राजबीर सिंह के खिलाफ बयान देने पर रोक लगा दी हैं। काेर्ट ने कहा कि ऐसे बयान देने से राजबीर सिंह की छवि खराब होती हैं। राजबीर सिंह ने मजीठिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
बता दें की पिछले कुछ समय से शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया लगातार OSD राजबीर सिंह पर हमलावर कर रहे है। उन्होंने राजबीर पर इल्जाम लगाए थे की उनके पूरे परिवार के पास कनाडा की नागरिकता है। उन पर करोड़ों रुपए के हवाला लेन-देन में शामिल होने का व्यापक आरोप है। उन पर करोड़ों रुपए की जमीन और शोरूम की डील की भी बातें सामने आई हैं।
राजबीर सिंह ने बिक्रम मजीठिया को भेजा था मानहानि का लीगल नोटिस
अपने ऊपर लगे इल्जामों के बाद राजबीर सिंह ने बिक्रम सिंह मजीठिया को मानहानि का लीगल नोटिस भेजा। राजबीर सिंह के वकील ने नोटिस भेजकर उन पर लगाए झूठे आरोपों के लिए मजीठिया से 48 घंटे के भीतर लिखित तौर पर माफी मांगने के लिए कहा है। इससे कुछ दिन पहले ही मजीठिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान सीएमओ से हटाए जा रहे ओएसडी और अधिकारियों पर पूछे सवाल पर OSD का नाम लेकर कहा था कि राजबीर द्वारा करोड़ों रुपए हवाला के जरिये कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भेजे गए हैं। इस पर अब OSD राजबीर सिंह के वकील ने लीगल नोटिस भेजा है।