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पराली जलाने के मामले में Action मोड में Punjab पुलिस, Supreme Court में कल होगी सुनवाई

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Punjab में इस साल पराली जलाने के मामलों में करीब 15% की कमी आई है.

पंजाब में इस साल पराली जलाने के मामले में कमी देखने को मिली है. इसका सबसे बड़ा कारण पंजाब पुलिस का एक्शन बताया जा रहा है. इस मामले को लेकर प्रशासन ने कहा है कि पुलिस की सख्ती की वजह से और किसानों पर की जा रही कार्रवाई के कारण ही पराली जलाने के मामले में कमी आई है.बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार को हरियाणा सरकार के साथ पराली प्रबंधन के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जवाब देना है.

राज्य में पराली जलाने के मामले पिछले साल की तुलना में करीब 15% कमी देखी गई हैं. पराली को जलाने से रोकने के लिए पंजाब पुलिस एक्शन मोड़ में हैं. पुलिस ने अब तक 874 केस दर्ज करने के साथ साथ 10.55 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. पुलिस में 394 किसानों के रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री भी की गई है.

874 मामलों में एफआईआर

राज्य में अब तक सैटेलाइट द्वारा 1393 खेतों में आग लगने की घटनाओं का पता लगा है. पुलिस टीमों ने 874 मामलों में एफआईआर दर्ज की हैं, जबकि 471 स्थानों पर पराली जलाने का कोई मामला नहीं पाया गया. हालांकि संबंधित पुलिस थानों में 471 मामलों की डीडीआर दर्ज की गई.

पराली का इंडस्ट्रियल इस्तेमाल

पराली जलाने के विकल्प के रुप में सरकार पराली के इको फ्रेंडली प्रयोग पर जोर दे रही है. इसका भी देखने को मिल रहा हैं,पंजाब के कई इलाकों में किसान सरकार से मशीनरी लेकर पराली प्रबंधन में लगे हैं.

रेक और बैलर जैसी मशीनों के साथ पराली के बंडल बनाए जा रहे हैं और फिर इस पराली को इंडस्ट्रियल इस्तेमाल के लिए आसपास की फैक्ट्रीयों में भेजा जा रहा है. हालांकि राज्य में कई जगह पराली जलाने की घटना देखने को भी मिल रही है.

दिल्ली में ग्रेप 2 लागू

दीवाली से पहले ही दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने लगा है .राजधानी में एक्यूआई 300 के पार चली गई. इसको देखते हुए शहर में प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रैप 2 लागू की गई है.

उम्मीद की जा रही है कि इससे प्रदूषण में कमी होगी. दिल्ली के आस पास इलाकों में पराली जलाने के मामले सामने आ रहें हैं. इसको लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी हैं.

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