जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में सूरनकोट से बीजेपी प्रत्याशी मुश्ताक बुखारी का निधन हो गया है। बुखारी 75 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
बुधवार की सुबह पुंछ जिले के सूरनकोट के पमरोट इलाके में स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। पीडीपी के वरिष्ठ नेता और मेंढर विधानसभा से पार्टी के उम्मीदवार एडवोकेट नदीम रफीक हुसैन खान और अन्य पार्टियों के नेताओं ने बुखारी के निधन पर शोक जताया है।
जम्मू क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट सूरनकोट से बीजेपी ने बुखारी को उम्मीदवार बनाया था। पूर्व में दो बार विधायक रहे बुखारी को एक समय नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला के करीबियों में से एक माना जाता था।
चार दशक तक नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ जुड़े रहे बुखारी ने फरवरी 2022 में अपने रास्ते अलग कर लिए थे। बुखारी ने पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा दिए जाने के मामले फारुक अब्दुल्ला के साथ असहमति के चलते नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़ दिया था।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने बुखारी की तुलना महात्मा गांधी और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के साथ की थी।
चुघ ने उन्हें बदलाव लाने वाला नेता करार दिया था और पहाड़ी समुदाय के लिए किए गए उनके कार्यों की जमकर तारीफ की थी। चुघ ने कहा था कि जम्मू और कश्मीर में बुखारी की वजह से ही पहाड़ी समुदाय को ‘असल में आजादी’ मिली।
बता दें कि जम्मू और कश्मीर में तीन चरणों में मतदान संपन्न हुए हैं। पहले चरण में 18 सितंबर, दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले गए। विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे।