अमृतसर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 मई को रंजीत एवैन्यू इलाके में ब्लैकआऊट के दौरान लूटी गई कार के मामले में शामिल 3 लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
अमृतसर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 7 मई को रंजीत एवैन्यू इलाके में ब्लैकआऊट के दौरान लूटी गई कार के मामले में शामिल 3 लुटेरों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में एक आरोपी की टांग में गोली लगने से वह घायल हो गया, जबकि अन्य दो को मौके से काबू कर लिया गया।
पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में थी। देर रात जब पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गाड़ी का नंबर बदलकर इलाके में घूम रहे हैं, तो पुलिस ने कार्रवाई कर उनका पीछा किया तो आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसके, जवाब में इंस्पैक्टर रोबिन हंस के साथ मौजूद एएसआई लखविंदर सिंह ने फायरिंग की तो एक आरोपी कवलप्रीत सिंह को टांग में गोली लग गई।
अन्य 2 आरोपी गुरभेज सिंह और वसन सिंह को भी मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने घटनास्थल का दौरा कर मीडिया को बताया कि कवलप्रीत सिंह पर पहले से 11 आपराधिक केस दर्ज हैं। गुरभेज सिंह पर 5 और वसन सिंह पर 6 केस दर्ज हैं।
ये आरोपी पहले भी गाड़ियां लूटकर उनके नंबर बदलते थे और आगे अन्य अपराधों को अंजाम देते रहे हैं। अमृतसर में कार लूट के बाद ये आरोपी जालंधर में एक दुकान पर धावा बोलकर 72 हजार की नकदी और सोने के गहने लूट ले गए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक 32 बोर का पिस्तौल भी बरामद किया है। फिलहाल सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है और पुलिस रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ जारी है।