हरियाणा में पांच अक्टूबर को मतदान खत्म हुआ जिसके बाद प्रदेश के लिए एग्जिट पोल जारी हुए। सर्वे के अनुसार कांग्रेस के बहुमत के साथ आने के संकेत मिल रहे हैं। लेकिन एग्जिट पोल कितने सटीक बैठेंगे। इसका पता तो मंगलवार को ही चल सकेगा।
हरियाणा सहित जम्मू-कश्मीर में आठ अक्टूबर को वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। ऐसे में सभी की दिलचस्पी इसमें है कि हरियाणा में बीजीपी और कांग्रेस में से कौन बाजी मारेगा।
इसके साथ ही जनता में कौतहूल का विषय यह भी बना हुआ है कि इस चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियां अपना कितना अस्तित्व बरकरार रख सकेंगी। ऐसे में आइए जानते हैं कि वोटों की गिनती कितने बजे शुरू होगी और इसके साथ ही कैसे लाइव चुनाव परिणाम देखे जा सकते हैं।
कितने बजे शुरू होगी मतगणना?
5 अक्टूबर को प्रदेश के 1031 प्रत्याशियों का भविष्य मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दिया है। अब आठ अक्टूबर को मतगणना से तस्वीर साफ होगी कि इस चुनाव में कौन बाजी मारता है। चुनावों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो जाएगी ।
कहां देखें लाइव मतगणना?
हरियाणा में वोटों की गिनती की हर लाइव जानकार और यू-ट्यूब चैनल के जरिए जान सकते हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से भी मतगणना से जुड़ी लाइव जानकारी देख सकते हैं।
किन सीटों पर रोचक मुकाबला
कुरुक्षेत्र की लाडवा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और मुख्यमंत्री नायब सैनी का मुकाबला कांग्रेस के मेवा सिंह के साथ है। इसके साथ ही गढ़ी-सांपला विधानसभा सीट से कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और बीजेपी की मंजू हुड्डा के बीच मुकाबला है।
जींद की जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट और आम आदमी पार्टी की कविता दलाल व बीजेपी के योगेश के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
इन सबके अलावा अंबाला कैंट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल विज और कांग्रेस के परिमल पारी के बीच कड़ी टक्कर रहेगी। वहीं, जजपा के उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला उचाना कलां सीट से खड़े हैं।
पिछले साल कैसा रहा चुनाव परिणाम
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं। उस दौरान भारतीय जनता पार्टी को 40 सीटें मिली थीं। कांग्रेस को 30 तो जननायक जनता पार्टी को 10 सीटें मिली थीं। पिछले चुनाव में जजपा किंगमेकर के रूप में बनकर उभरी थी।
भाजपा और जजपा के गठबंधन के बाद मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने। हालांकि, इस साल के आरंभ (मार्च) में यह गठबंधन टूट गया जिसके बाद बीजेपी ने एक नए सिरे से सरकार बनाई। इस बीच नए मुख्यमंत्री के रूप में बीजेपी ने नायब सैनी सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया।