हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। लोकसभा चुनाव के समय भाजपा के प्रत्याशी रहे अशोक तंवर ने कांग्रेस में घर वापसी कर ली है। गुरुवार को राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की।
लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने उन्हें सिरसा संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वह कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा से चुनाव हार गए थे। चुनाव से पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी के चुनाव कैंपेन कमेटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। वह इससे पहले कांग्रेस पार्टी से भी जुड़े रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले छोड़ी आप
आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद लोकसभा चुनाव के दौरान वह भाजपा से जुड़ गए थे और अब विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले उन्होंने फिर से कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। बीच में उन्होंने अपनी पार्टी भी बनाई थी और कुछ समय के लिए तृणमूल कांग्रेस में भी शामिल रहे।
साल 2019 में छोड़ी थी कांग्रेस
अशोक तंवर ने कहा था कि उन्होंने काफी देखा है कि जो लोग बाबा साहब की फोटो लगाते हैं। वहीं, संविधान पर भरोसा नहीं करते। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को लोकसभा चुनाव में जनता सबक सिखाएगी।
अशोक तंवर ने 2019 में कांग्रेस छोड़ दी और 2022 में आम आदमी पार्टी में में शामिल हुए थे। लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को उम्मीद है कि तंवर के शामिल होने से हरियाणा में बीजेपी अपने वोट को और मजबूत कर लेगी। खासतौर से वहां जहां जाट सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है।
लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। उन्हें सिरसा से कुमारी सैलजा के खिलाप खड़ा किया गया था। लेकिन वह इस चुनाव में हार गए थे। दो दिन बाद मतदान हैं ऐसे में भाजपा के लिए यह बड़ा झटका है।