भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच पंजाब के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा के मद्देनज़र मंगलवार को स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच पंजाब के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा के मद्देनज़र मंगलवार को स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया। हालांकि गुरदासपुर जिले में शिक्षण संस्थान खुले रहे, बाकी चार जिले-अमृतसर, पठानकोट, जालंधर और होशियारपुर अभी भी अलर्ट पर हैं और वहां स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
इस निर्णय की पृष्ठभूमि सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन में दिखाई दी, जिसमें उन्होंने सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा, ‘आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, पानी और खून कभी एक साथ नहीं बह सकते।
-ड्रोन गतिविधियों से बढ़ी चिंता
जालंधर में सोमवार रात एक महत्वपूर्ण घटना सामने आई जब मंड गांव के पास भारतीय सशस्त्र बलों ने एक संदिग्ध निगरानी ड्रोन को मार गिराया। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विशेषज्ञों की एक टीम ड्रोन के मलबे की तलाश में जुटी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे मलबे के पास न जाएं और किसी भी संदिग्ध वस्तु की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
-ब्लैकआउट और सतर्कता
पठानकोट और होशियारपुर में भी सोमवार रात आंशिक ब्लैकआउट किया गया। होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने जानकारी दी कि दसूया और मुकेरिया क्षेत्रों में कुछ धमाकों जैसी आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद सेना से मिले निर्देशों के तहत बिजली की आपूर्ति आंशिक रूप से रोकी गई। अमृतसर में भी कुछ घंटों के लिए ब्लैकआउट रहा, हालांकि वहां जनजीवन सामान्य बना रहा। अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि अब खतरे का स्तर कम हो गया है और नागरिक अपनी सामान्य दिनचर्या शुरू कर सकते हैं।
-फ्लाइट डायवर्जन और हवाई निगरानी
ड्रोन गतिविधियों के मद्देनज़र दिल्ली से अमृतसर आ रही इंडिगो की एक फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, सीमा से लगे क्षेत्रों में ड्रोन की लगातार उपस्थिति ने हवाई सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
-सीमाओं पर चौकसी बढ़ी
पठानकोट के बामियाल सेक्टर में भी ड्रोन देखे जाने की खबर है। यह इलाका पहले भी आतंकवादी गतिविधियों के लिए संवेदनशील रहा है। सेना और बीएसएफ लगातार सीमा पर निगरानी बढ़ा रही है और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पंजाब के सीमावर्ती जिलों में हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं लेकिन सतर्कता चरम पर है। सेना और प्रशासन ने मिलकर स्थिति को संभालने के लिए त्वरित कार्रवाई की है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी असामान्य गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।