डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने सतलुज नदी के पास स्थित बाढ़ संभावित गांवों का व्यापक दौरा किया और चल रही तैयारियों का जायजा लिया।
आगामी मानसून सीजन की तैयारियों के मद्देनजर डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने सतलुज नदी के पास स्थित बाढ़ संभावित गांवों का व्यापक दौरा किया और चल रही तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ एडीसी (विकास) हरजिंदर सिंह, एसडीएम गुरुहरसहाय दिव्या पी और ड्रेनेज के कार्यकारी इंजीनियर गीतेश उपवेजा भी मौजूद थे।
गजनी वाला, हजारा सिंह वाला, टेंडी वाला, कालू वाला, बीओपी डीआरडी नाथ और बीओपी जोगिंदर सहित संवेदनशील गांवों के दौरे के दौरान डीसी ने अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पहले से ही सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए।
सक्रिय दृष्टिकोण पर जोर देते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि निचले इलाकों और नदी के किनारे बसे गांवों पर विशेष ध्यान दिया जाए, जो अक्सर बाढ़ से अधिक प्रभावित होते हैं। उन्होंने विभागों को ग्रामीणों के साथ खुला संवाद बनाए रखने, उनकी जरूरतों को समझने और उसके अनुसार समय पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।
डीसी ने नालों, नहरों और तालाबों की सफाई पर जोर दिया और मानसून के मौसम में प्रभावी वर्षा जल निकासी के लिए व्यापक व्यवस्था करने का आदेश दिया। उन्होंने क्षेत्र में तैनात बीएसएफ कर्मियों से भी बातचीत की और सतलुज नदी में बढ़ते जल स्तर की स्थिति में आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों की समीक्षा की।
डीसी ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और अधिकारियों को नियमित रूप से संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा करने की ड्यूटी सौंपी गई है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों से बरसात के मौसम में सतर्क रहने और अपने इलाकों में किसी भी निवारक कार्य की आवश्यकता होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करने का आग्रह किया। उन्होंने ऐसे सभी मामलों में प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।