जालंधर ग्रेनेड अटैक का तीसरा आरोपी रेलवे स्टेशन के आसपास घूमता हुआ सीसीटीवी फुटेज में नजर आया है।
जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड हमला मामले के तीसरे आरोपी की तस्वीरें सामने आई हैं। तीसरा आरोपी सीसीटीवी फुटेज में रेलवे स्टेशन पर घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी बेखौफ होकर स्टेशन पर घूमते नजर आ रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे में आरोपी का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है। एक सीसीटीवी फुटेज में आरोपी प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर आता हुआ दिखाई दे रहा है। जबकि दूसरे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी जाता हुआ दिखाई दे रहा है।
आपको बता दें कि पुलिस इस मामले में रविंदर उर्फ हैरी और सतीश उर्फ काका को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने उनका 6 दिन का रिमांड हासिल कर लिया है। सतीश ने आरोपियों के माध्यम से हैरी के खाते में 3500 रुपये जमा कराए थे। दरअसल, गिरफ्तार रविंदर कुमार उर्फ हैरी और सतीश से पूछताछ में ई-रिक्शा चालक सतीश उर्फ काका ने माना कि टोपी पहने आरोपी को सबसे पहले 7 मार्च को बस स्टैंड के पास देखा गया था। खुलासा हुआ है कि ग्रेनेड फेंकने वाला शादिर ही था।
नशे में उसने उन दोनों से दोस्ती कर ली। उन्होंने ई-रिक्शा में सवारी के लिए उनका गूगल अकाउंट मांगा। जब काका ने अपने चचेरे भाई हैरी का नंबर दिया तो उसके खाते में 3500 रुपए जमा हो गए। इसके बाद हैरी रात के लिए चला गया। दोनों भाई पैसों के लालच में आ गए और शादिर ने उन्हें ग्रेनेड फेंकने के बारे में बताया। पहले तो दोनों ने ग्रेनेड फेंकने से इनकार कर दिया, लेकिन बाद में दोनों राजी हो गए। वे आधी रात को शास्त्री मार्केट पहुंचे। उन्होंने पुलिस स्टेशन के पास ऑटो रोका। थोड़ी देर बाद वह पुनः बैठ गया। आरोपी ने दोमोरिया पुल के पास अपने कपड़े बदले और पैदल ही स्टेशन से निकल गया। यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि हैरी को किस खाते से पैसा मिला।
एनआईए से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह आरोपी दो दिन पहले शहर में आया था। इसलिए बस स्टैंड और शहर के अन्य होटलों की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार आरोपी के पास बम दो दिन से था। यह वह व्यक्ति था जिसने जाने से पहले रेकी की थी। एजेंसियां ग्रेनेड फेंकने वाले आतंकवादी का पता लगाने में व्यस्त हैं। जांच में पता चला कि आतंकवादी सोमवार रात डेढ़ बजे शहर के रेलवे स्टेशन पर पहुंचा था। वह स्टेशन पर 2.10 घंटे तक रुके।
आरोपी पहले प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर ट्रेन में बैठा। फिर प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर एक और ट्रेन आ गई। उसने लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए डिब्बे बदल लिए। बता दें कि ई-रिक्शा चालक सतीश कुमार काका निवासी भार्गव कैंप और उसके चचेरे भाई हैरी निवासी टंकी मोहल्ला, गढ़ा को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत में पुलिस ने यह कहते हुए 10 दिन की रिमांड मांगी कि यह मामला आईएसआई से जुड़ा है। अदालत ने दोनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।