Jammu – Kashmir में भी प्रदूषण का असर देखने को मिल रहा है
Pakistan के कई शहरों में प्रदूषण इस कदर बढ़ गया है कि रिकॉर्ड टूट गया है। दुनिया के सबसे टॉप प्रदूषित शहरों में पाकिस्तान के शहर शामिल है।
स्कूल बंद कर दिए गए और वर्क फ्रॉम होम शुरू कर दिया गया। इसके लिए पाकिस्तान ने भारत को जिम्मेदार ठहराया है लेकिन असल में पाकिस्तान की वजह से जम्मू कश्मीर के लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में जमकर पराली जलाई जा रही है। इसके कारण पाकिस्तान से सटे जम्मू और सांबा जिले में प्रदूषण की मात्रा अधिक है।
दोनों ही क्षेत्रों में AQI 500 पार पहुंच गया है जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। पाकिस्तान में पराली जलाये जाने के कारण ही जम्मू के कई क्षेत्रों की हवा खराब हो गई है।
पाकिस्तान के बॉर्डर से सटे क्षेत्रो में पराली जलाए जाने से कठुआ, सांबा समेत बॉर्डर वाले इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। पाकिस्तान के पंजाब की राजधानी लाहौर सबसे प्रदूषित आंकी गई है। यहां प्रदूषण स्तर 700 पार कर गया है।
जम्मू में आमतौर पर AQI 100-120 के आसपास रहता है लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह इंडेक्स 180 तक पहुंच गया। वहीं सांबा में भी हवा जहरीली हुई है और AQI 178 रिकार्ड किया गया।
वहीं भारत से सटे पाकिस्तान के सियालकोट में AQI 500 से अधिक और सांबा के साथ लगते शक्करगढ़ में AQI 600 पार कर गया।
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान में किसान बिना रोकटोक के पराली जलाते हैं। इसका असर हमारे देश के पंजाब के सटे क्षेत्रों में देखने को मिलता है। कठुआ और सांबा जिला पंजाब के साथ लगता है इसलिए यहां अधिक असर देखने को मिलता है।
लगातार बढ़ते एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) को देखते हुए पंजाब सरकार ने लाहौर, मुल्तान जैसे स्मॉग से प्रभावित शहरों में हेल्थ इमरजेंसी लगा दी है।
प्रदूषण से निपटने के लिए कई और बड़े फैसले लिए गए हैं। पंजाब(पाकिस्तान) की राजधानी लाहौर और मुल्तान में स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है।
यहां का AQI दो बार 2,000 से ऊपर जा चुका है। लाहौर खराब AQI के मामले में लगातार दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में बना हुआ है।