बलवंत सिंह राजोआना को श्री अकाल तख्त साहिब का जत्थेदार नियुक्त किया जा सकता है।
बेअंत सिंह हत्याकांड मामले में सजा काट रहे बलवंत सिंह राजोआना को श्री अकाल तख्त साहिब का जत्थेदार नियुक्त किया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिरोमणि अकाली दल उनका नाम शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की इन-हाउस कमेटी के समक्ष पेश कर सकता है। हालाँकि, जत्थेदार की नियुक्ति पर अंतिम निर्णय एसजीपीसी की आंतरिक समिति द्वारा लिया जाता है।
कुलदीप सिंह गर्गज वर्तमान में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के रूप में कार्यरत हैं। ज्ञानी रघबीर सिंह के बाद उन्हें यह सेवा सौंपी गई थी। यद्यपि वह अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार हैं, लेकिन वह तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार के रूप में भी कार्य कर रहे हैं।
अकाली दल ने इनकार कर दिया।
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने मौजूदा खबरों को अफवाह करार देते हुए कहा कि जत्थेदार की नियुक्ति करना एसजीपीसी का अधिकार क्षेत्र है। जिसमें शिरोमणि अकाली दल कभी हस्तक्षेप नहीं करता और न ही आज तक किसी ने शिरोमणि अकाली दल से सलाह मांगी है। अगर कभी किसी पार्टी से सलाह मांगी जाएगी तो पार्टी नेतृत्व जवाब देगा।
चीमा ने कहा कि जहां तक बलवंत सिंह राजोआना के जत्थेदार बनने का सवाल है तो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इसकी प्रक्रिया तय करेगी। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने अकाली दल को सीधे तौर पर खबरों से अलग कर दिया।