तरनतारन जिले में एक ऑपरेशन के दौरान 85 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।
पुलिस ने 2025 में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती को अंजाम दिया है, जब तरनतारन जिले में एक ऑपरेशन के दौरान 85 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। यह जब्ती एक अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क के खिलाफ की गई कार्रवाई का हिस्सा है, जिसका संचालन ब्रिटेन स्थित ड्रग हैंडलर लल्ली कर रहा था। लल्ली के इस तस्करी मॉड्यूल का संबंध पाकिस्तान के आईएसआई से था, जो सीमा पार ड्रग्स की तस्करी करवा रहा था।
इस ऑपरेशन में पंजाब पुलिस ने प्रमुख संदिग्ध, अमरजोत सिंह जोता संधू को गिरफ्तार किया। जोता संधू, जो अमृतसर ग्रामीण के भिट्टेवाड़ गांव का निवासी है, इस अंतरराष्ट्रीय तस्करी रैकेट का भारत स्थित प्रमुख ऑपरेटिव था। वह सीमा पार से ड्रग्स की खेप प्राप्त कर पूरे पंजाब में सप्लाई कर रहा था, और उसका घर तस्करी नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण ठिकाने के रूप में काम करता था।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर इस सफलता की जानकारी साझा करते हुए कहा, “इस जब्ती ने हमें यह साबित करने का मौका दिया है कि पंजाब पुलिस ड्रग्स के खिलाफ अपनी लड़ाई में अडिग है। यह सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि हमारी नशे मुक्त पंजाब बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
-अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का खुलासा
एफआईआर दर्ज कर ली गई है, और पुलिस द्वारा अब आगे की जांच की जा रही है ताकि तस्करी के और भी लिंक और इसमें शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाया जा सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनकी जांच जारी है। पंजाब पुलिस को आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां और तस्करी की और खेपों की बरामदगी की उम्मीद है।
-पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता और भविष्य की कार्रवाई
पंजाब में ड्रग्स की समस्या के खिलाफ चल रही सख्त कार्रवाई को लेकर पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वह इस मुद्दे को हल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसके तहत, पंजाब पुलिस न केवल स्थानीय तस्करों को पकड़ने में लगी हुई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय तस्करी रैकेटों का भी पर्दाफाश कर रही है।
पंजाब में ड्रग्स की बढ़ती समस्या और इससे जुड़े खतरों को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने अपने प्रयासों को और तेज कर दिया है। आगामी दिनों में, पंजाब पुलिस नशे की इस जड़ को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए और सख्त कदम उठा सकती है। यह बड़ी जब्ती और गिरफ्तारियां न केवल पंजाब पुलिस के प्रयासों को मान्यता देती हैं, बल्कि यह संकेत भी है कि ड्रग्स तस्करों को अब और ज्यादा आसानी से अपने रैकेट चलाने का मौका नहीं मिलेगा।
-नशा मुक्त पंजाब की ओर एक और कदम
पंजाब में ड्रग्स की बढ़ती समस्या पर लगाम कसने के लिए पंजाब पुलिस की यह कार्रवाई एक अहम कदम है। डीजीपी गौरव यादव ने अपनी पोस्ट में इस बात को दोहराया कि पंजाब पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है ताकि पंजाब को नशा मुक्त बनाया जा सके और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखा जा सके। जांच और कार्रवाई की गति को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि पंजाब में ड्रग्स तस्करी पर जल्द ही और भी बड़ी छापेमारी की जाएगी, जिससे राज्य को इस खतरनाक मुद्दे से निजात मिल सके।