संगरूर जिले के डिर्बा क्षेत्र के गुजरा गांव में पिछले वर्ष 20 मार्च को जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई।
संगरूर जिले के डिर्बा क्षेत्र के गुजरा गांव में पिछले वर्ष 20 मार्च को जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई। लेकिन अगले कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई।
-कई गांवों में जहरीली शराब पीने का प्रभाव
बता दें कि, डिर्बा और सुनाम क्षेत्र के कई गांवों में इस जहरीली शराब का प्रभाव देखने को मिला। लगभग 4-5 दिनों में 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार पड़े, जिनमें से कई को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पीड़ितों में अधिकतर गरीब और दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग शामिल थे, जिनके परिवारों पर यह हादसा कहर बनकर टूटा।
जांच में सामने आया कि अवैध रूप से बनाई और बेची जा रही शराब में जहरीले रसायनों की मात्रा थी, जो जानलेवा साबित हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तावाई करते हुए 12 लोगों के खिर किया।
-एक्साइज इंस्पेक्टर भी सस्पेंड
इसके अलावा, इस घटना में प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आई, जिसके चलते संबंधित आबकारी निरीक्षक (एक्साइज इंस्पेक्टर) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
-प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। वहीं, सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए पीड़ित परिवारों को सहायता राशि देने की घोषणा की थी। यह हादसा न केवल प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि अवैध शराब के व्यापार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता को भी उजागर करता है।