Home Latest News Ludhiana पश्चिम उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवार के नाम का किया...

Ludhiana पश्चिम उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवार के नाम का किया ऐलान

23
0

Punjab की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट के लिए जल्द ही उपचुनाव होने की संभावना है।

पंजाब की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट के लिए जल्द ही उपचुनाव होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने इस उपचुनाव के लिए अपनी पार्टी से उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। बात दें कि कांग्रेस पार्टी ने भारत भूषण आशु को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
आशु, जो इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं, पहले भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। हालांकि, उनका राजनीतिक सफर कई विवादों से भी जुड़ा रहा है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी शामिल है। उनकी उम्मीदवारी से क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, खासकर इस उपचुनाव को लेकर। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

AAP विधायक के निधन के बाद से खाली सीट…
दरअसल, लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि यहां के विधायक, आम आदमी पार्टी के गुरप्रीत बस्सी गोगी, की निधन के कारण सीट खाली हो गई थी। गोगी की मौत उनके घर पर लाइसेंसी बंदूक से गलती से गोली चलने से हुई थी। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की स्थिति बन गई है। इस सीट के लिए आम आदमी पार्टी ने पहले ही राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
भारत भूषण आशु का परिचय…
बता दें कि भारत भूषण आशु का जन्म 20 मार्च, 1971 को हुआ था और वह पंजाब के लुधियाना शहर में कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं। वह लुधियाना पश्चिम सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। मंत्री रहते हुए उनके पास खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले का प्रभार था।
आशु का राजनीतिक सफर 1997 में लुधियाना के वार्ड नंबर 48 से पार्षद के रूप में शुरू हुआ था। इसके बाद उन्होंने 2002 और 2007 में भी पार्षद के रूप में चुनाव जीते। तीन बार पार्षद बनने के बाद, उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी शुरू की। 2012 में उन्हें कांग्रेस द्वारा लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से टिकट मिला और उन्होंने पंजाब विधानसभा में डिप्टी सीएलपी नेता के रूप में कार्य किया। 2017 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आशु का विवाद
इसके साथ ही भारत भूषण आशु का नाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी जुड़ा है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों से संबंधित टेंडर घोटाले में उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आशु और उनके करीबी सहयोगी राजदीप सिंह नागरा को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ पीएमएलए 2002 के तहत कार्रवाई की थी। इस मामले में उनकी 22.78 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अटैच की गई थी। इसके बाद वह कुछ समय तक जेल में भी रह चुके हैं।
विवादों से रहा है भारत भूषण आशु का नाता
दरअसल, भारत भूषण आशु का नाम हमेशा विवादों में भी रहा है। 2019 में एक सार्वजनिक समारोह के दौरान वह एक महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए देखे गए थे, जिससे वह विवादों में घिरे थे। इसके अलावा, एक धमकी भरे वीडियो का वायरल होना और 2019 के अक्टूबर में उप-चुनाव की तैयारियों के दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी के वॉलंटियर को पीटने का आरोप भी उन पर लगा।
इन घटनाओं ने उन्हें बार-बार मीडिया की सुर्खियों में बनाए रखा। लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारत भूषण आशु की उम्मीदवारी ने राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है। हालांकि, उनके साथ कई विवाद जुड़े रहे हैं, फिर भी उनका कांग्रेस में महत्वपूर्ण स्थान है। अब देखना यह होगा कि उनकी उम्मीदवारी का असर इस उपचुनाव में क्या होता है और पंजाब की राजनीति में उनका भविष्य क्या होगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here