पंजाब में कांग्रेस को उपचुनाव से पहले एक बढ़ा झटका लगा है।
पंजाब में इन दिनों विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के सियासी उठा-पटक का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच कांग्रेस को उपचुनाव से पहले एक बढ़ा झटका लगा है। दरअसल, कांग्रेस के निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी कुलविंदर सिंह रसूलपुरी और पूर्व विधायक चौधरी राम चरण के पोते गुरप्रीत सिंह शनिवार को AAP में शामिल हो गए। इससे जहां कांग्रेस को चुनाव में झटका लगा है, वहीं आम आदमी पार्टी को चब्बेवाल विधानसभा उपचुनाव में खास मजबूती हासिल हुई है। खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने होशियारपुर के सांसद राजकुमार चब्बेवाल के साथ दोनों नेताओं को AAP पार्टी की सदस्यता दिलाई है।
इस दौरान सीएम भगवंत मान ने कहा कि कुलविंदर सिंह रसूलपुरी और गुरप्रीत सिंह के AAP के शामिल होने से न केवल चब्बेवाल बल्कि पूरे होवहशियारपुर में पार्टी को खास मजबूती मिलेगी। सीएम मान ने आगे कहा कि चब्बेवाल के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी भारी अंतर के साथ चुनाव जीतेंगी।
35 साल बाद छोड़ा कांग्रेस का दामन
बता दें कि कुलविंदर सिंह रसूलपुरी 35 साल से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे। राजकुमार चब्बेवाल के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस ने उन्हें उपचुनाव में टिकट देने का वादा किया था, लेकिन कांग्रेस ने अपना वादा पूरा नहीं किया। इससे निराश होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। वो पंजाब कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष और होशियारपुर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे। वे 20 साल तक माहिलपुर ब्लॉक में सरपंच यूनियन के अध्यक्ष भी रहे।
वहीं गुरप्रीत सिंह इस उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे। वो इस इलाके में एक प्रभावशाली और सम्मानित व्यक्ति हैं। उनके दादा चौधरी राम रतन कांग्रेस पार्टी से 1962 से 1967 तक चब्बेवाल से विधायक रहे है।
4 विधानसभा सीटों पर होने वाले है उपचुनाव
पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले है। इसमें से 3 सीटें कांग्रेस के पास और एक सीट आप के पास है। इस साल इन निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद यह सीटें खाली हो गई हैं। इन सभी सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होना है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि चारों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 6,96,316 है और कुल 831 मतदान केंद्र हैं।