दीवाली की सजावट के दौरान घर में मुख्य द्वार पर तोरण भी लगाई जाती है। यह केवल सजावट का हिस्सा नहीं है, बल्कि इससे घर में सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ता है। ऐसे में आप बाजार से प्लास्टिक के तोरण लाने के स्थान पर घर में इसे फूलों और आम के पत्तों से बना सकते हैं। ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं घर के मुख्य द्वार पर हल्दी या कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न और रंगोली जरूर बनानी चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता का प्रवेश नहीं होता।
मंदिर के लिए वास्तु उपाय
दीवाली के खास मौके पर सबसे पहले घर के मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई कर लें। अब मंदिर को फूलों व आम के पत्तों से सजाएं। आप मंदिर को सजाने के लिए लाइट व लड़ियों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
दीवाली की सजावट बिना लाइट व लड़ियों के अधूरी मानी जाती है। वास्तु की दृष्टि से भी जगमग रोशनी द्वारा घर की सजावट करना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में इस मौके पर अपने घर में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था जरूर करें। वहीं मुख्य द्वार के साथ-साथ घर के किसी एक कोने में भी रंगोली जरूर बनाए, ताकि इस स्थान पर भी पॉजिटिव एनर्जी बनी रहे। इसी के साथ वास्तु शास्त्र में दीए जलाने के लिए घर की उत्तर-पूर्व दिशा को काफी शुभ माना गया है।