आज Punjab में शिक्षा क्रांति की चर्चा अब हर गांव और शहर में हो रही है।
पंजाब की भगवंत मान सरकारकी तरफ से प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लायक बनाने पर भी काम किया जा रहा है। इसी सिलसिले में पंजाब सरकार द्वारा राज्य के सरकारी स्कूलों से 72 टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजा गया, जो पंजाब की शिक्षा व्यवस्था मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने की है। उन्होंने कहा कि आज पंजाब में शिक्षा क्रांति की चर्चा अब हर गांव और शहर में हो रही है।
Punjab के स्कूलों का काया कल्प
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने बताया कि 2022 से पहले 8,000 से ज़्यादा सरकारी स्कूलों में बाउंड्रीवॉल नहीं थी। मान सरकार ने उन सभी स्कूलों में करीब 1,400 किलोमीटर तक बाउंड्रीवॉल बनवाई। इसके अलावा 10,000 से ज़्यादा नए क्लासरूम बनाए गए और छात्रों के लिए डेस्क मुहैया कराए गए। पहले करीब 1,00,000 बच्चों को फर्नीचर की कमी के कारण जमीन पर बैठकर पढ़ना पड़ता था। हमारी सरकार ने न सिर्फ इस समस्या का समाधान किया है, बल्कि 1,400 स्कूलों में लड़कियों के लिए बाथरूम बनवाया।
सरकारी स्कूलों में सफाई
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों सहित 18,000 स्कूलों में वाई-फाई लगाया गया है। साथ ही सुरक्षा गार्ड और कैंपस मैनेजर नियुक्त किए गए हैं। इस सरकार से पहले सरकारी स्कूलों में सफाई के लिए एक भी रुपये आवंटित नहीं किया जाता था। अब, महीने आवंटन 3,000 से 50,000 रुपये तक है।
फिनलैंड की यूनिवर्सिटी के साथ MoU
शिक्षा मंत्री ने बताया कि पिछले महीने पंजाब शिक्षा विभाग ने फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टुर्कू के साथ ट्रेनिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत पंजाब सरकार अपने शिक्षकों को किसी भी समय फिनलैंड भेज सकती है या फिनलैंड के शिक्षक पंजाब आ सकते हैं। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कल फिनलैंड रवाना होने से पहले शिक्षकों से बात करेंगे।