UK में ऑपरेट किए जा रहे क्रेडिट कार्ड स्कैम को Jalandhar से भाना गैंग के करीबियों के कहने पर अंजाम दिया जाता था।
UK में ऑपरेट किए जा रहे क्रेडिट कार्ड स्कैम को जालंधर से भाना गैंग के करीबियों के कहने पर अंजाम दिया जाता था। बता दें कि भाना के करीबी विक्की और मोनू यूके में गुर्गों के टच में रहते थे और किस गुर्गे के पास कितने क्रेडिट कार्ड और कैश आना है यह भी यही दोनो ही तय करते थे।
दोनों के तय किए जाने के बाद ही गुर्गों के घर पर पार्सल की डिलीवरी की जाती थी। इसके बाद ही नैटवर्क के लिए ऑपरेट कर गुर्गे एटीएम से कैश निकलवाते थे और पार्सल के साथ आए कैश के साथ नैटवर्क के ही आदमी को सारे कैश की डिलीवरी दी जाती थी।
जानकारी है कि यूके में भी एक व्यक्ति को गुर्गे बॉस कहकर संबोधित करते थे हालाकि अब तक उस व्यक्ति की पहचान सामने नहीं आई है। लेकिन वह व्यक्ति भी विक्की और मोनू से कनेक्टेड है।
यूके और भारत जांच एजैंसियों के सामने मामला आने के बाद यूके में यह सारा नैटवर्क होल्ड पर है और हर कोई अपनी जान बचाने में लगा हुआ है। कई गुर्गे पकडे जाने के डर से अपना एड्रैस भी बदल चुके हैं। एजैंसियों के पास पुख्ता सबूत आते ही कार्रवाई में तेजी हो सकती है।
अब इस सारे स्कैम में बडा सवाल यह है कि क्या यह स्कैम केवल यूके में ही ऑपरेट किया जा रहा था या इसी मॉडस ऑपरेंडी के तहत अन्य देशों में भी स्कैम किए जा रहे हैं। इन सारी बातों का पता आरोपियों की धरपकड के बाद ही चल सकता है।सूत्रों की माने तो स्कैम के खुलासे के बाद इस से कमाई गई दौलत कई अरबों में हो सकती है। इस स्कैम से गैंगस्टर कैसे जुड गए और उनके जुडने से किसे क्या फायदा हो रहा था यह आने वाले दिनों मे पता लग सकता है।