इस दौरान उन्होंने प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलित हितैषी है तो कुमारी सैलजा का नाम सीएम पद के लिए क्यों नहीं घोषित करते।
इसके अलावा स्मृति ईरानी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के हाथ मिलाने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि हाथ मिले हैं, दिल मिले हैं क्या? वह मिलाप क्या, जो मजबूरी में हो।
अगर दलितों की इतनी चिंता है तो सैलजा को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दें। हाथ मिलने से दिल मिले हों तो भूपेंद्र हुड्डा भी उनका समर्थन कर ही देंगे।
हरियाणा में विपक्ष में बैठेगी कांग्रेसः ईरानी
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की यात्रा पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पैदल यात्रा की थी तो वे विपक्ष में बैठे थे। ऐसे ही हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी राहुल गांधी पैदल यात्रा कर रहे हैं, तो यहां भी कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी।
इसके साथ उन्होंने कांग्रेस को किसानों के मुद्दे को लेकर घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों को 12,500 करोड़ का मुआवजा मिल चुका है। जबकि कांग्रेस की सरकार में 1,100 करोड़ मुआवजा मिला था। वहीं, कांग्रेस के मुकाबले भाजपा सरकार अधिक फसलों पर एमएसपी दे रही है।
क्या कांग्रेस छोटी पार्टियों को रिमोट से चलाती है- स्मृति ईरानी
इसके साथ राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान “यूपीए गठबंधन की छोटी पार्टियों को भाजपा रिमोट से चलाती है” पर ईरानी तंज कसा। उन्होंने कहा कि राहुल यह बताएं कि इंडी गठबंधन की छोटी-छोटी पार्टियों को क्या कांग्रेस रिमोट से चलती हैं।
साथ में उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा की अडानी के साथ पर हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अक्सर अडानी को लेकर सरकार बयानबाजी करते रहते हैं। तो ये बताए कि रॉबर्ट वाड्रा की उनके साथ फोटो क्यों हैं।